Shayari मिर्ज़ा ग़ालिब के शेर हिंदी मै - हाए उस चार गिरह कपड़े की क़िस्मत 'ग़ालिब' जिस की क़िस्मत में हो आशिक़ का गिरेबाँ होना. Shayari मिर्ज़ा ग़ालिब के शेर हिंदी मै : Read more quotes from मिर्ज़ा ग़ालिब.